गुरुवार 27 जुमादा-1 1446 - 28 नवंबर 2024
हिन्दी

रोज़े की हालत में अपनी मंगेतर के साथ बात करना

प्रश्न

क्या मुसलमान के लिए रोज़े की अवस्था में अपनी मंगेतर से फोन पर बात करना जायज़ हैॽ

उत्तर का पाठ

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.

अपनी मंगेतर से बात करने के कुछ नियम (क़वायद) हैं, जिन्हें आप प्रश्न संख्या : (13791) में विस्तार से पा सकते हैं।

यदि ये नियम परिपूर्ण हैं, विशेष रूप से कामुकता के उत्तेजित होने से सुरक्षा और आवश्यकता का अस्तित्व, तो ऐसा करना जायज़ है। लेकिन अगर इनमें से कोई भी नियम (क़वायद) पूरा नहीं होता है, तो उसका यह बात करना शरीयत की दृष्टि से निषिद्ध हो जाएगा। “यदि यह उल्लंघन रोज़े की अवस्था में है, तो यह आपके रोज़े को कमी से प्रभावित करेगा। तथा यह एक प्रतिष्ठा वाले समय में होने के कारण, पाप में बहुत बदतर और अधिक गंभीर होगा। क्योंकि रोज़ा रखने वाले के लिए ज़रूरी है कि वह अपने रोज़े को किसी भी ऐसी चीज़ से सुरक्षित रखे जो उसमें ख़राबी या कमी पैदा कर सकती है।”

स्रोत: शैख मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद