गुरुवार 18 जुमादा-2 1446 - 19 दिसंबर 2024
हिन्दी

क्या गुदना गोदना (टैटू) इस्लाम में हराम हैंॽ

प्रश्न

क्या गुदना गोदना इस्लाम में हराम हैॽ तथा निषिद्ध आकृति और रूप क्या हैॽ मुझे पता है कि जानबूझकर शरीर को कष्ट पहुँचाना हराम है, लेकिन अगर गुदना गोदने से शरीर को नुक़सान नहीं पहुँचता है, तो क्या यह तब भी हराम हैॽ

उत्तर का पाठ

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.

गुदना गोदना, जो कि त्वचा में सुई चुभोकर उसमें सुर्मा या अन्य कोई चीज़ (जैसे नीले या काले रंग) भरने को कहते हैं, सभी रूपों में हराम है, चाहे उसके कारण तकलीफ़ (दर्द) हो या न हो। क्योंकि इसमें अल्लाह की रचना को बदलना पाया जाता है। तथा इसलिए कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने गुदना गोदने वाली महिला और गुदना गोदवाने वाली महिला पर ला’नत भेजी है।  

सहीह बुख़ारी एवं सहीह मुस्लिम में अब्दुल्लाह बिन मसऊद रज़ियल्लाहु अन्हु से वर्णित हे कि उन्होंने कहा : “अल्लाह ने गुदना गोदने वालियों, गुदना गोदवाने वालियों, चेहरे के बाल उखाड़ने वालियों, चेहरे के बाल उखड़वाने वालियों और सुंदरता के लिए दाँतों के बीच विस्तार पैदा करने वालियों पर ला’नत भेजी है, जो अल्लाह की रचना को बदलने वालियाँ हैं।” इसे बुख़ारी (अल्लिबास/5587) और मुस्लिम (अल्लिबास/5538) ने रिवायत किया है।

अल्लामा क़ुरतुबी कहते हैं :

इन सभी बातों के बारे में हदीसें इस बात की गवाही देती हैं कि उनके करने वाले पर ला’नत की गई है और वे बड़े पापों (कबीरा गुनाहों) में से हैं। जिस अर्थ के कारण इन्हें वर्जित किया गया है, उसके बारे में (विद्वानों का) मतभेद है। चुनाँचे एक कथन के अनुसार : ऐसा इसलिए है क्योंकि यह धोखाधड़ी (दोष को छिपाने) के अध्याय से है। तथा यह भी कहा गया है : क्योंकि यह सर्वशक्तिमान अल्लाह की रचना को बदलने के अध्याय के तहत आता है, जैसा कि इब्ने मसऊद रज़ियल्लाहु अन्हु ने कहा, और यह अधिक सही है और इसमें पहला अर्थ भी शामिल है।

फिर यह भी कहा गया है : यह जो वर्जित किया गया है, केवल उस रूप में है जो स्थायी और बाक़ी रहने वाला है, क्योंकि वह अल्लाह की रचना को बदलने के अध्याय से है। परंतु जो स्थायी और बाक़ी रहने वाला नहीं है, जैसे कि सुर्मा और महिलाओं का उसके साथ शृंगार करना, तो विद्वानों ने इसकी अनुमति दी है।” (तफ़सीर अल-क़ुरतुबी 5/393).

इसलिए, यदि प्रश्न में जिसका उल्लेख किया गया है वह शरीर पर स्थायी रूप से रहने वाला नहीं है, तो यह गोदना नहीं है और इसमें अल्लाह की रचना को बदलना नहीं पाया जाता है। प्रश्न (8904) देखें।

स्रोत: साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर