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हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान अल्लाह के लिए योग्य है।आप का इस प्रक्रिया को जारी रखने से रूक जाना ही सही क़दम है, बल्कि ऐसा करना ही अनिवार्य है, क्योंकि उस ड्रा (लॉटरी) में ऐसी फीस देकर प्रवेश करना जो वापस नहीं होगी : वास्तव में जुआ में प्रवेश करना है, और जुआ का नियम यह है कि : जिस में आदमी अपने पैसे को जोखिम और खतरे में डाल कर प्रवेश करता है, या तो वह इस पैसे को खो देगा, या जीत जायेगा।
आप ने जो कुछ उल्लेख किया है उसे देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि जिस आदमी के नाम ड्रा नहीं निकलता है वह अपनी भुगतान की हुई फीस को खो देगा, और अगर उस का नाम ड्रा में निकल आता है तो वह एक विजेता होगा -अर्थात् घर खरीदने में वह जीत जाये गा-, इस से स्पष्ट हो जाता है कि इस कार्यक्रम (सौदे) में प्रवेश करना हराम (निषिद्ध) है।
यह कार्यक्रम सरकारी या निजी नीलामियों (टेण्डर) में प्रवेश करने के समान है, जिस में भाग लेने के लिए शुल्क का भुगतान किया जाता है, और अक्सर नीलामियों में भाग लेने वालों से शर्तों और गुणों की पुस्तिका की क़ीमत से अधिक राशियाँ ली जाती हैं, तथा "इस्लामी फिक़्ह परिषद" ने "शर्तों की पुस्तिका" की क़ीमत से अधिक राशि लेने से रोका है, जो कि उस काम की शर्तों और गुणों पर आधारित होती है जिस को करना होता है, और हम ने इस क़रारदाद के मूल अंश को प्रश्न संख्या : (2150) के उत्तर में उल्लेख किया है, और उस में यह है कि : "धार्मिक तौर पर प्रवेश शुल्क -शर्तों की पुस्तिका का मूल्य जो वास्तविक मूल्य से अधिक न हो- लेने में कोई रूकावट नहीं है, क्योंकि यह उस की क़ीमत है।"
हम आप को जिस बात की सलाह देते हैं वह यह है कि आप इस कार्यक्रम के माध्यम से घर न खरीदें।
और अल्लाह तआला ही सब से श्रेष्ठ ज्ञान रखता है।