हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
यदि आपको अपने ऊपर व्यभिचार में पड़ने का भय है तो हज्ज और उम्रा के कर्तव्य की अदायगी पर शादी को प्राथमिकता दें,और यदि आपको अपने ऊपर इसका डर नहीं है तो हज्ज और उम्रा के कर्तव्य को शादी पर प्राथमिकता दें।
और सर्वशक्तिमान अल्लाह ही तौफीक़ (सक्षमता) प्रदान करने वाला है।