हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।उन व्यापारिक कंपनियों की ज़कात जिनके पास सामान है जिनकी वह व्यापार करती हैं यह है कि: उसके पास जो सामान - अर्थात वे सामग्रियाँ जिन्हें बेचने के उद्देश्य से खरीदा गया है - उनकी साल के अंत में वह मूल्य लगाए जिस भाव में वे बिकती हैं, फिर कंपनी के पास जो नक़दी पैसे या बैंकों में बैलेंस मौजूद हैं और उसके लोगों पास क़र्ज़ हैं जिनके प्राप्त होने की आशा है उन सब को मिलाया जायेगा, फिर उन सब से चालीसवाँ भाग (2.5 %) ज़कात निकाली जायेगी।
और यदि उसके पास सामान नहीं हैं जिनकी वह व्यापार करती है, किंतु वह ऐसी परियोजनायें संगठित करती है जिनसे उसके पास पैसा आता है, जैसेकि भूमि की मरम्मत, किराये पर देने के लिए - बेचने के लिए नहीं - घरों का निर्माण, या वह मेंटनेंस का कार्य करती है, तो साल के अंत में वह देखेगी कि उसके पास कितने पैसे हैं, और उसके दूसरों के ऊपर कितने श्रृण (उधार) हैं जिनके भुगतान होने की आशा है, और उन से वह चालीसवाँ हिस्सा (ज़कात) निकालेगी।
जहाँ तक भवनों, कार्यालयों, कारों (गाड़ियों), फर्नीचरों और उन उपकरणों का संबंध है जिनका मक़सद बेचना नहीं है, बल्कि वे कंपनी में उपयोग किए जाते हैं तो उनमें ज़कात नहीं है, चाहे उनका मूल कितना भी पहुँच जाए।