हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
हुसैन रज़ियल्लाहु अन्हु मुहर्रम 61 हिज्री में इराक़ के अंदर क़त्ल किए गए और उनका शरीर इराक़ में दफन किया गया। जहाँ तक यह दावा करने की बात है कि उनके सिर को मिस्र स्थानांतरित किया गया और वहाँ दफन किया गया तो हम इसका कोई आधार नहीं जानते हैं, और इसका विद्वानों में से कुछ अन्वेषकों ने खंडन किया है, और आपके इसकी वास्तविकता से अनभिज्ञ होने से आपको कोई नुक़सान नहीं पहुँचेगा, बल्कि आपके लिए और आपके अलावा अन्य मुसलमानों के लिए धर्मसंगत यह है कि उनके लिए और उनके अलावा नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के अन्य सभी साथियों के लिए अल्लाह की प्रसन्नता की दुआ करें।
और अल्लाह तआला ही तौफीक़ प्रदान करनेवाला है तथा अल्लाह तआला हमारे नबी मुहम्मद, आपकी संतान और आपके साथियों पर दया और शांति अवतरित करे।