हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
शादी के दिन दुल्हन की कार को फूलों से सजाने में कोई हर्ज की बात नहीं है। क्योंकि मूल सिद्धांत यह है कि ऐसा करना अनुमेय है, और यह उन चीज़ों के शीर्षक के अंतर्गत आता है जो दुल्हन और उसके पति और उनके परिवारों को खुशी देती है। लेकिन इसमें कोई फिज़ूलखर्ची नहीं करनी चाहिए; क्योंकि अल्लाह तआला का फरमान है :
وَكُلُوا وَاشْرَبُوا وَلَا تُسْرِفُوا إِنَّهُ لَا يُحِبُّ الْمُسْرِفِينَ
الأعراف :31
“तथा खाओ और पियो और हद से आगे न बढ़ो। निःसंदेह वह हद से आगे बढ़ने वालों को पसंद नहीं करता।” (सूरतुल-आराफ़ : 31)।
और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।