रविवार 21 जुमादा-2 1446 - 22 दिसंबर 2024
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अगर उसके पैरों में कोई ऐसी चीज़ है जो पानी को पहुँचने से रोकती है और उसे हटाना संभव नहीं है

प्रश्न

मेरे पैरों में कुछ चीजें फंस जाती हैं क्योंकि मेरे पैर फटे हुए हैं, इसलिए मैं उन्हें निकाल नहीं सकता। क्या यह वुज़ू को बातिल कर देता हैॽ एक बार मेरे पैरों में डामर फंस गया, मैंने उसका एक हिस्सा निकाल लिया, लेकिन मैं बाकी नहीं निकाल सका। क्या यह नमाज़ जायज़ हैॽ मोबाइल फोन के लिए कुछ ऐप्स हैं जो नमाज़ वग़ैरह के समय की याददहानी कराते हैं, लेकिन उनका कॉपीराइट है। तो क्या यह जायज़ हैॽ

उत्तर का पाठ

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.

सर्व प्रथम :

जो कुछ भी पानी को त्वचा तक पहुँचने से रोकता है उसे हटाना अनिवार्य है, लेकिन जो बहुत मामूली मात्रा में है, जैसे कि नाखूनों के नीचे या पैरों की दरारों में गंदगी, इसे हटाने की पूरी कोशिश करने के बाद उसे माफ़ कर दिया जाता है।

अल-मिरदावी ने “अल-इंसाफ” (1/158) में कहा : “अगर उसके नाखूनों के नीचे थोड़ी-सी गंदगी है, जो पानी को उनके नीचे तक पहुँचने से रोकती है, तो उसकी तहारत (वुज़ू) सही नहीं है। यह इब्ने अक़ील ने कहा है … और यह भी कहा गया है कि : वह (तहारत) सही (मान्य) है, और यही सही मत है। और इसी राय की ओर लेखक (इब्ने क़ुदामह) का झुकाव है, और इसी को शैख़ तक़ीयुद्दीन (इब्ने तैमिय्यह) ने चयन किया है। और यह भी कहा गया है कि : यह उन लोगों के हक़ में सही है जिनके लिए इससे बचना मुश्किल है, जैसे कि वे लोग जो हस्तकला या खेती वगैरह जैसी कड़ी मेहनत के काम करने वाले हैं।

शैख तक़ी-युद्दीन ने पानी पहुँचने से रोकने वाली हर मामूली चीज़ को (इसमें) शामिल किया है, शरीर पर वह कहीं भी हो, जैसे कि खून, आटा और इसी तरह की चीज़ें, और उनहोंने इसे चयन किया है।” उद्धरण समाप्त हुआ।

अगर त्वचा से चिपकी हुई चीज़ को हटाना दुर्लभ (असंभव) हो और वह बहुत अधिक मात्रा में हो, जिसे माफ़ नहीं किया जा सकता हो, तो वह उस पर प्लास्टर की तरह मसह करेगा।

शैख़ इब्ने उसैमीन रहिमहुल्लाह ने फरमाया : “यदि कोई ऐसी रुकावट है जो पानी को त्वचा तक पहुँचने से रोक रही है, तो यह नहीं कह सकते कि वह अंग धोया गया है। लेकिन शैख़ुल-इस्लाम रहिमहुल्लाह ने कहा : थोड़ी-सी मात्रा क्षमा कर दी जाती है, विशेष रूप से उस व्यक्ति के लिए जो उससे पीड़ित है। यह उन श्रमिकों पर लागू होता है जो पेंट का उपयोग करते हैं, क्योंकि उनके शरीर पर अक्सर एक या दो धब्बे होते हैं, जिन्हें वे या तो भूल गए होते हैं या उन्हें उसी समय उन्हें हटाने का कोई साधन नहीं मिलता है। तो शैख़ुल-इस्लाम रहिमहुल्लाह की राय के अनुसार, उन्हें इसके लिए क्षमा कर दिया जाता है। लेकिन हमें हदीस को ध्यान में रखना चाहिए - जिसे मुस्लिम (हदीस संख्या : 243) ने उमर बिन खत्ताब रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत किया है, कि एक आदमी ने वुज़ू किया और अपने पैर पर एक नाखून के बराबर जगह को छोड़ दिया था। नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने उसे देखा तो कहा : “वापस जाओ और अपना वुज़ू ठीक से करो।” तो वह वापस गया, फिर उसने नमाज़ पढ़ी। - और यह कि मामूली चीज़ को भी माफ नहीं किया जा सकता है। अतः अगर उसके लिए नमाज़ का समय समाप्त होने से पहले उसे हटाना संभव है, तो वह उसे हटा दे, अन्यथा वह उस पर मसह करे और वह प्लास्टर की तरह हो जाएगा।”

“शर्ह अल-काफ़ी” से उद्धरण समाप्त हुआ।

दूसरा :

यदि मोबाइल प्रोग्राम के निर्माता ने उसे कॉपी करने की अनुमति नहीं दी है, तो उसे कॉपी करना जायज़ नहीं है। यह प्रश्न संख्या (454 ) के उत्तर में पहले स्पष्ट किया जा चुका है।

और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।

स्रोत: साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर