रविवार 3 रबीउस्सानी 1446 - 6 अक्टूबर 2024
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पवित्र क़ुरआन को याद करने का व्यावहारिक तरीक़ा

प्रश्न

मैं पवित्र क़ुरआन को याद करने का एक आसान तरीक़ा (जानना) चाहता हूँ।

उत्तर का पाठ

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.

क़ुरआन याद करने का तरीक़ा यह है कि :

इनसान इसे पाबंदी से याद करता रहे। तथा इसे याद करने में लोगों के दो तरीक़े हैं :

1- उनमें से एक यह है कि वह आयतों की लंबाई और छोटाई के अनुसार एक-एक आयत, या दो-दो आयतें, या तीन-तीन आयतें करके याद करे।

2- वह इसे एक-एक पृष्ठ करके याद करे।

लोग अलग-अलग प्रकार के होते हैं। उनमें से कुछ इसे पृष्ठ दर पृष्ठ याद करना पसंद करते हैं। वे इसे तब तक दोहराते हैं जब तक कि वे इसे याद नहीं कर लेते। जबकि उनमें से कुछ लोग (एक समय में) एक आयत को याद करना पसंद करते हैं। चुनाँचे वे उसे दोहराते रहते हैं यहाँ तक कि उसे याद कर लेते हैं। फिर इसी तरह दूसरी आयत याद करते हैं। इसी तरह याद करते रहते हैं यहाँ तक कि वह पूरा हो जाता है।

इसके अलावा, चाहे वह पहली विधि का उपयोग करे या दूसरी का, उसे तब तक आगे नहीं बढ़ना चाहिए जब तक कि वह यह सुनिश्चित न कर ले कि उसने उसमें महारत हासिल कर ली है। ऐसा न हो कि उसका निर्माण एक निराधार नींव पर हो। तथा उसने जो कुछ भी याद किया है, उसे हर दिन पुनर्स्थापित करना चाहिए (अर्थात् हर दिन पिछला दोहराना चाहिए), खासकर सुबह के समय। जब वह जान ले कि उसने जो कुछ याद किया है, उसमें महारत हासिल कर ली है, तो वह एक नया पाठ ले।

स्रोत: फतावा अश-शैख मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन, किताबुल-इल्म, पृष्ठ (157, 158)