हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।उस मस्जिद को बेचना जायज़ है जिस से लाभ उठाना बंद हो गया हो, या मुसलमानों ने उस स्थान को छोड़ दिया हो जिसमें वह स्थित है, या उस पर काफिरों के क़ब्ज़ा कर लेने का डर हो। लेकिन इस शर्त के साथ कि उसकी क़ीमत से दूसरी जगह खरीद कर मस्जिद का निर्माण किया जाए। और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।