हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
यदि मामला ऐसा ही है जैसा कि आपने उल्लेख किया है, तो आपको इस राशि के दान पर प्रतिफल नहीं मिलेगा। क्योंकि आपने इसे अल्लाह के लिए नहीं दिया था, बल्कि आपने इसे अपने मैनेजर की ख़ातिर उसके डर से दिया था। और अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से साबित है कि आपने फरमाया : “सभी कार्य इरादों पर निर्भर करते हैं, और प्रत्येक व्यक्ति के लिए वही कुछ है जिसका उसने इरादा किया है।” इसे बुख़ारी (हदीस संख्या : 1) और मुस्लिम (हदीस संख्या : 1907) ने रिवायत किया है।