हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
सर्व प्रथम :
यदि यह भोजन शिया समुदाय का भोजन है जिसे वे लोग आशूरा के अवसर पर बनाते हैं, उसके साथ ही वे गालों को पीटते और अपने आपको मारते हैं, तो यह घृणित बिद्अतों (नवाचारों) में से है जिससे एक मुसलमान को दूर रहना चाहिए और उसमें भाग नहीं लेना चाहिए। तथा हम पहले शैख़ अब्दुल अज़ीज़ बिन बाज़ रहिमहुल्लाह का एक फत्वा प्रश्न संख्या : (102885) के उत्तर में उल्लेख कर चुके हैं।
लेकिन यदि इस भोजन का संबंध शियाओं के आशूरा के विशिष्ट अनुष्ठान से नहीं है और उसका उद्देश्य ख़ुद पर और अपने बाल बच्चों पर सविस्तार खर्च करना है, तो इसमें कोई हर्ज (आपत्ति) नहीं है और इसे बिदअत (नवाचार) नहीं कहा जाएगा।
बहुत से विद्वानों ने उल्लेख किया है कि आशूरा के दिन अपने आप पर और बच्चों पर विस्तार रूप से खर्च करना उचित है। और इस बारे में नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से कई हदीसें रिवायत की गई हैं, परन्तु वे सब की सब ज़ईफ (कमज़ोर) हैं, सही नहीं हैं।
दूसरा :
किसी व्यक्ति के जन्मदिन का जश्न मनाना निन्दनीय नवाचारों में से है। इसका उल्लेख प्रश्न संख्या : (1027) के उत्तर में किया जा चुका है।
उस दिन भोजन में सविस्तार करना और फल एवं मिठाइयाँ लाना, उस दिन का उत्सव मनाने और उसका सम्मान करने में शामिल है, इसलिए ऐसा करना उचित नहीं है।