हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
सोने और चाँदी का निसाब (यानी न्यूनतम सीमा जिसपर ज़कात देय हो जाती है) उनके शुद्ध रूप के आधार पर होता है। इसलिए अशुद्धि (खोट) या मिश्रण की मात्रा को हटा दिया जाएगा और उनमें से केवल शुद्ध मात्रा की ज़कात दी जाएगी।
शुद्ध सोने (24 कैरेट) पर ज़कात का निसाब 85 ग्राम है; जहाँ इस कैरेट में शुद्धता की डिग्री (1000) में से (999) तक पहुँचती है, जो विशेषज्ञों के शब्दों के अनुसार, सोने के संबंध में शुद्धता की उच्चतम डिग्री है।
21 कैरेट, 18 कैरेट या अन्य सोने में निसाब की गणना कई तरीकों से की जाती है, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध तरीक़ों में से एक इस प्रकार है :
ग्राम की संख्या को कैरेट से गुणा किया जाए, फिर 24 से विभाजित किया जाए। तो भागफल शुद्ध 24-कैरेट सोना होगा। यदि वह भागफल 85 ग्राम या उससे अधिक हो जाए, तो उसपर ज़कात अनिवार्य है, जो कि 2.5% है।
अतः अगर सोने की यह राशि जिसके बारे में प्रश्न किया गया है, उदाहरण के लिए, 21 कैरेट की है, तो उसकी ज़कात कि गणना इस प्रकार की जा सकती है : (170 x 21) ÷ 24 = 148.75.
फिर इन ग्रामों में से 2.5% निकाला जाएगा, जो लगभग 3.7 ग्राम होता है। यही वर्ष के अंत में ज़कात की मात्रा होगी।
और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।