हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
उत्तर :
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।
हाँ, हम पर यह बात पोशीदा नहीं है कि कुछ पश्चिमी देशों में हमारी मुस्लिम बहनों को नक़ाब पहनने के कारण कष्ट व कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
धार्मिक विद्वानों ने इस बात को स्पष्ट रूप से बयान किया है कि औरत के लिए, आवश्यकता पड़ने पर, अपना चेहरा या अपने शरीर का कुछ भाग खोलना जायज़ है, जैसे उदाहरण के तौर पर दवा-इलाज की ज़रूरत।
और मूर्खों के कष्ट और अत्याचार का निवारण करना उसकी दवा-इलाज के लिए अवश्यकता से कम नहीं है, बल्कि अधिकांश परिस्थितियों में इसकी अवश्यकता दवा-इलाज की ज़रूरत से बढ़कर होती है।
इस आधार पर, यदि आप का अधिक गुमान यह है कि नक़ाब पहनने के कारण आप को कष्ट और ज़्यादती (अतिक्रमण) का सामना करना पड़ेगा तो आप के लिए अपना चेहरा खोलने में कोई आपत्ति की बात नही है, और इस के कारण आप पर कोई पाप नही होगा। क्योंकि आप ऐसा मजबूरी में और ज़रूरत के कारण कर रही हैं, यह नक़ाब पहनने की अस्वीकृति के कारण नहीं है।
और अल्लाह ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान रखता है।