हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
अगर इमाम के साथ कोई घटना हो जाए (या उसका वुज़ू टूट जाए) और वह नमाज़ छोड़कर निकलना चाहे : तो वह अपने पीछे नमाज़ पढने वालों में से किसी से कह सकता है : “ऐ फ़लाँ! आगे बढ़ो और उनके साथ नमाज़ पूरी करो। यदि वह ऐसा नहीं करता है, तो उसके पीछे नमाज़ पढ़ने वाले लोग अपने में से किसी को नमाज़ पूरी करने के लिए आगे बढ़ा सकते हैं। या फिर वे अलग-अलग अपनी नमाज़ को पूरा कर सकते हैं।