गुरुवार 6 जुमादा-1 1446 - 7 नवंबर 2024
हिन्दी

क्या चावल और मैकरोनी से ज़कातुल-फ़ित्र एक सा' गेहूँ के मूल्य के बराबर निकाली जाएगीॽ

प्रश्न

मैं मिस्र से हूँ, और एक सा' गेहूँ का हिसाब ढाई किलो के रूप में किया गया है, और प्रति किलो क़ीमत 6 मिस्री पाउंड है। मेरा प्रश्न यह है कि : क्या केवल मैकरोनी या केवल गेहूँ से व्युत्पन्न किसी सामग्री के बजाय 15 पाउंड मूल्य की मैकरोनी और चावल साथ मिलाकर ज़कातुल-फ़ित्र निकालना जायज़ है?

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.

सर्व प्रथम :

ज़कातुल-फ़ित्र खाने का एक सा' है

ज़कातुल-फ़ित्र के लिए आवश्यक है कि खाद्यपदार्थों का एक सा' दिया जाए, जैसाकि रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने इसका आदेश दिया है, और सबसे राजेह (प्रबल) मत के अनुसार इसे मूल्य के रूप में निकालना जायज़ नहीं है।

बुखारी (हदीस संख्या : 1503) और मुस्लिम (हदीस संख्या : 984) ने इब्ने उमर रज़ियल्लाहु अन्हुमा से रिवायत किया है कि उन्होंने कहा : “अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने एक सा' खजूर, या एक सा' जौ ज़कातुल-फ़ित्र मुसलमानों में से गुलाम और आज़ाद, पुरूष और स्त्री, छोटे और बड़े पर अनिवार्य किया है।” 

तथा बुखारी (हदीस संख्या : 1510) ने अबू सईद अल-ख़ुदरी रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत किया है कि उन्होंने कहा : “हम अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के युग में ईदुल-फ़ित्र के दिन एक साअ खाना (खाद्य पदार्थ) निकालते थे। अबू सईद ने कहा : उस समय हमारा खाना (सामान्य आहार) जौ, किशमिश, पनीर और खजूर हुआ करता था।”

यह बात सर्वज्ञात है कि इन चारों वस्तुओं का मूल्य अलग-अलग है, जो इंगित करता है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने सा' का एतिबार किया है, मूल्य का एतिबार नहीं किया।

हाफ़िज़ इब्ने हजर रहिमहुल्लाह ने कहा :

“मानो कि अबू सईद की हदीस में जिन चीज़ों का उल्लेख किया गया है : जब वे उनसे निकाली जाने वाली मात्रा में उसके बराबर थीं जो मूल्य में उनसे भिन्न है; यह दर्शाता है कि इसका तात्पर्य इस मात्रा को निकालना है, चाहे वह किसी भी प्रकार से हो, इसलिए गेहूँ या किसी और चीज में कोई अंतर नहीं है। यह इमाम शाफेई और उनके अनुयायियों का तर्क है।

“फत्ह़ुल-बारी” (3/374) से उद्धरण समाप्त हुआ।

इस आधार पर, यदि आप ज़कातुल-फ़ित्र अदा करना चाहते हैं, तो आप एक सा' गेहूँ, या एक सा' चावल, या इनके अलावा कुछ और निकालेंगे उन चीज़ों में से जो लोग खाते हैं।

तथा प्रश्न संख्या (124965) देखें, जिसमें ज़कातुल-फ़ित्र में निकाले जाने वाले (खाद्यपदार्थों के) प्रकारों का वर्णन किया गया है।

दूसरा :

मैकरोनी से ज़कातुल-फ़ित्र निकालना जायज़ है।

शैख़ इब्ने उसैमीन रहिमहुल्लाह ने “अश-शर्ह अल-मुम्ते'” (6/183) में कहा :

“क्या मैकरोनी को ज़कातुल-फ़ित्र के रूप में निकालना पर्याप्त हैॽ

हम समझते हैं कि मैकरोनी निकालना पर्याप्त है जबकि वह लोगों के लिए भोजन है... यदि वह चावल की तरह छोटी है, तो उसका एतिबार माप के द्वारा होगा, लेकिन अगर वह बड़ी है, तो उसका एतिबार वज़न (तौल) के द्वारा होगा।” उद्धरण समाप्त हुआ।

हालाँकि, हम समझते हैं कि अधिक सावधानी और दायित्व से मुक्त करने वाला पक्ष यह है कि : मैकरोनी से ज़कातुल-फ़ित्र का भुगतान न करो। तथा एक ऐसे मामले में प्रवेश करने का कोई अर्थ नहीं है जिसके बारे में विद्वानों ने मतभेद किया है : क्या मैकरोनी पर्याप्त है या नहींॽ और क्या यह माप से निकाला जाएगा, या वज़न से हैॽ

फिर यह भी है कि यह लोगों का प्रमुख आहार नहीं है, और न ही यह उन चीज़ों में से है जिनकी अधिक आवश्यकता होती है, कि इसे दूसरों की तुलना में प्राथमिकता दी जाए।

किसी भी स्थिति में सबसे अच्छा यह है कि : (सुन्नत में) वर्णित वस्तुओं को निकालने तक सीमित रहा जाए, जो पूर्वज निकाला करते थे, और उनके साथ चावल (भी), क्योंकि यह आम लोगों का भोजन है, और इसे माप से नियंत्रित करना आसान है।

तीसरा :

ज़कातुल-फित्र को दो अलग-अलग प्रकार की चीज़ों से एक सा' निकालना जायज़ नहीं है, जैसे कि वह चावल का आधा सा' और मैकरोनी का आधा सा' निकाले। बल्कि एक ही प्रकार का एक सा' निकालना अनिवार्य है। यह दो इमामों : शाफेई और इब्ने हज़्म रहिमहुमल्लाह का विचार है।

तथा प्रश्न संख्या : (109779 ) देखें।

और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।

स्रोत: साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर