हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
"इस प्रश्न का उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि: क्या इस आदमी ने अपनी तरफ से हज्ज किया है या अपने अलावा किसी दूसरे की तरफ से ?
इसका उत्तर यह है कि:
निःसंदेह उसने अपने अलावा किसी दूसरे की तरफ से हज्ज किया है,अपनी तरफ से हज्ज नहीं किया है।अतः उसे वह अज्र नहीं मिलेगा जिसका नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने उल्लेख किया है;कयोंकि उसने अपने अलावा दूसरे की तरफ से हज्ज किया है। किंतु इन-शा अल्लाह यदि उसने अपने भाई को लाभ पहुँचाने और उसकी आवश्यकता को पूरी करने का इरादा किया है तो अल्लाह तआला उसे पुण्य देगा।"